आगरा। इस बार छठ पर्व पर श्रद्धालु हाथी घाट पर नहीं, बल्कि यमुना आरती स्थल पर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करेंगे। नगर निगम ने यह निर्णय यमुना में तेज बहाव और बढ़ी गहराई को देखते हुए लिया है।
अपर नगर आयुक्त शिशिर कुमार ने बताया कि इस वर्ष यमुना का जलस्तर सामान्य से अधिक है, जिससे हाथी घाट पर श्रद्धालुओं के खड़े होकर अर्घ्य देने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए पास ही स्थित यमुना आरती स्थल को छठ पूजा के लिए तैयार कराया गया है।
यमुना आरती स्थल पर विशेष व्यवस्थाएं
नगर निगम ने आरती स्थल पर सफाई, समतलीकरण, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा इंतजाम पूरे कराए हैं। घाट क्षेत्र को आकर्षक रूप से सजाया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मी, जल आपूर्ति टैंकर और लाइटिंग स्टाफ की तैनाती भी की जा रही है।
प्रशासन सतर्क, सुरक्षा पर विशेष ध्यान
हाल ही में खेरागढ़ में देवी प्रतिमा विसर्जन के दौरान 12 युवकों की नदी में डूबने की घटना के बाद प्रशासन इस बार पूरी तरह अलर्ट है। सभी घाटों पर निगरानी और सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
पुलिस कमिश्नरेट की तैयारियां पूरी
छठ महापर्व पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के निर्देशन में डीसीपी सिटी ने एसीपी छत्ता के साथ थाना कमलानगर क्षेत्र के पार्वती घाट और थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के सीताराम घाट का निरीक्षण किया।
वहीं, अपर पुलिस उपायुक्त नगर/कानून-व्यवस्था ने एसीपी हरिपर्वत के साथ थाना न्यूआगरा क्षेत्र के पोइया घाट का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस बार छठ पूजा के लिए हाथी घाट के बजाय यमुना आरती स्थल पर पहुंचे और सुरक्षित, स्वच्छ वातावरण में पर्व मनाएं।




