आगरा।आगरा में मण्डलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक मण्डलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में नवम्बर माह को यातायात माह के रूप में मनाए जाने, ब्लैक स्पॉट सुधार, सड़क सुरक्षा योजना और युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत समीक्षा की गई।
बैठक में अवगत कराया गया कि 1 से 17 नवम्बर तक आगरा संभाग में हेलमेट न पहनने के 3246, बिना HSRP नम्बर प्लेट 1380, सीटबेल्ट न लगाने 820, रॉन्ग साइड वाहन चलाने वाले 438, मोबाइल फोन का उपयोग 307 और ओवरस्पीडिंग के 204 मामलों में प्रवर्तन कार्रवाई की गई।
बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे जिलाधिकारी के समन्वय से सड़क सुरक्षा योजना में अधिक से अधिक आवेदन करवाएं और अच्छे युवाओं को योजना में शामिल करें। डिग्री कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी इस योजना का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। सभी दुर्घटनाओं का डाटा आईरैड एप पर फीड कर अंतर दूर किया जाए।
मण्डल के चारों जनपदों की सड़क दुर्घटनाओं की तुलनात्मक समीक्षा में मैनपुरी और आगरा में दुर्घटनाओं में वृद्धि देखी गई। पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए कि वे ब्लैक स्पॉट की पहचान कर सुधार करें और हिट एंड रन मामलों में पीड़ितों को मुआवजा दिलाने हेतु ऑनलाइन पोर्टल पर डेटा फीडिंग सुनिश्चित करें।
बैठक में यह भी बताया गया कि अप्रैल से अक्टूबर तक टोल प्लाजा से गुजरने वाले ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कर लगभग 11.71 करोड़ रुपये प्रमशन शुल्क वसूला गया।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा देश के 100 चिन्हित जनपदों में जीरो फेटैलिटी डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम लागू किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, जिनमें आगरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी शामिल हैं। सेवा लाइफ फाउंडेशन द्वारा तैयार रोड सेफ्टी एक्शन प्लान का प्रस्तुतीकरण बैठक में दिया गया और सभी संबंधित विभागों को योजनाबद्ध कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में परिवहन, पुलिस, पीडब्लूडी और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया और आगामी कार्यवाही पर सहमति बनी।
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