आगरा। बाजरा और धान के मूल्य को लेकर किसान नेता मुकेश डागुर और उपजिला मजिस्ट्रेट किरावली नीलम तिवारी के बीच शुक्रवार को कार्यालय में तीखी नोकझोंक हो गई। बताया गया कि किसान नेता ने फतेहपुर सीकरी में आंदोलन और आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद प्रशासन सतर्क हो गया।
जानकारी के अनुसार, किसान नेता मुकेश डागुर ने अछनेरा मंडी में बाजरा और धान के समर्थन मूल्य को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की गई थी। जब वे फतेहपुर सीकरी मंडी में पहुंचे और आत्मदाह की बात कही, तो पुलिस और प्रशासन सक्रिय हो गया।
इसके बाद किसान नेता मुकेश डागुर किरावली एसडीएम नीलम तिवारी के कार्यालय पहुंचे, जहां बाजरा की खरीद और मूल्य निर्धारण को लेकर दोनों के बीच तीखी बहस हुई। बताया गया कि मुकेश डागुर मंडी में अपनी उपज की खरीद न होने से नाराज थे, जबकि एसडीएम ने स्पष्ट किया कि बाजरा की खरीद तभी की जाएगी जब जांच में उपज का स्रोत सत्यापित हो जाएगा।
एसडीएम ने बताया कि मुकेश डांगुर दो दिन पूर्व भी अछनेरा मंडी में पहुंचकर गल्ला व्यापारियों से अभद्रता कर चुका है। इस संबंध में व्यापारियों ने एसीपी अछनेरा और थानाध्यक्ष को शिकायत पत्र भी सौंपा था।जानकारी के अनुसार, मुकेश डांगुर हाल ही में फतेहपुर सीकरी मंडी में 150 क्विंटल से अधिक बाजरा विक्रय के लिए लाया था, लेकिन उसके खिलाफ यह शिकायत मिली थी कि यह बाजरा उसके खेत का नहीं है। इस पर एसडीएम ने स्पष्ट किया कि प्राप्त शिकायत की जांच पूरी होने के बाद ही बाजरा की खरीद की अनुमति दी जाएगी।
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