बम-बम भोले: बटेश्वर से कैलाश तक दमकेंगे शिवधाम, धार्मिक पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
ताज से त्रिशूल तक: आगरा की नई उड़ान, शिवधामों से बढ़ेगा धर्म और पर्यटन का मान!"
Agra News: आगरा अब केवल ताजमहल के लिए नहीं, बल्कि अपने प्राचीन शिवधामों की भव्यता के लिए भी पहचाना जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार और पर्यटन विभाग ने बटेश्वर, कैलाश और मन:कामेश्वर जैसे धार्मिक स्थलों के सुंदरीकरण और समग्र विकास का बीड़ा उठाया है। इन ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थलों को धार्मिक पर्यटन के नक्शे पर चमकाने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है।
बटेश्वर: शिव की 101 नगरी का कायाकल्प
बटेश्वर धाम, जहां 101 प्राचीन शिव मंदिर यमुना किनारे श्रृंखलाबद्ध खड़े हैं, अब पूरी तरह नए रंग-रूप में दिखाई देगा। यहां घाटों का जीर्णोद्धार, मंदिरों का संरक्षण और पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
- ₹71.5 करोड़ से समेकित विकास
- ₹22.76 करोड़ से अटल बिहारी वाजपेयी की पैतृक स्थली पर भव्य स्मारक
- ₹25 करोड़ की लागत से कारिडोर निर्माण
- 65 फीट ऊंची अटल प्रतिमा लगाने की योजना
- प्राचीन कुंडों और घाटों का संरक्षण
बटेश्वर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मभूमि है। यहां पशु मेला, जैन तीर्थ शौरीपुर और पास ही चंबल सेंक्चुरी धार्मिक, सांस्कृतिक और प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करती है।
कैलाश मंदिर: यमुना तट पर शिवभक्ति का केंद्र
मान्यता है कि यह शिव मंदिर भगवान परशुराम और उनके पिता महर्षि जमदग्नि द्वारा स्थापित किया गया था। इस प्राचीन धरोहर को ₹40.65 करोड़ की लागत से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्य कार्य:
- यमुना तट पर 180 मीटर लंबा घाट
- पाथवे, सोलर लाइट्स और बैठने की सुविधा
- 12-15 फीट ऊंची सुरक्षा जाली, वन्य जीवों से सुरक्षा के लिए
- 2200 वर्गफीट पार्किंग स्थल
- आरती स्थल, नौका विहार, महादेव वाटिका, नंदी वन, नवगृह वाटिका का निर्माण
- दो मंजिला धार्मिक कार्यक्रम भवन
मन:कामेश्वर मंदिर: गलियों में बसी भक्ति
रावतपाड़ा स्थित इस ऐतिहासिक मंदिर के चारों ओर नगर निगम द्वारा ₹3.54 करोड़ की लागत से कारीडोर का निर्माण कराया जा रहा है।
- ताजमहल जैसे लाल बलुआ पत्थर से गलियों का नवीनीकरण
- इंटरलॉकिंग फर्श, आकर्षक भोलेनाथ की पेंटिंग्स
- स्ट्रीट लाइट्स, ट्री लाइट्स, मुख्य द्वार का निर्माण
- सीवर और अतिक्रमण की समस्या का समाधान शेष
मुख्य अभियंता बीएल गुप्ता ने जानकारी दी कि कार्य लगभग पूरा हो चुका है, केवल अंतिम सौंदर्यीकरण का काम बाकी है।
अन्य प्रमुख मंदिर विकास कार्य
मंदिर |
विकास लागत |
बल्केश्वर महादेव मंदिर |
₹1.47 करोड़ |
दरियानाथ मंदिर |
₹1.06 करोड़ |
दशरथ कुंज मंदिर |
₹95.11 लाख |
धाकम माता मंदिर, खेड़ी |
₹88.30 लाख |
शिव मंदिर, फतेहाबाद |
₹88 लाख |
प्राचीन शिव मंदिर, बाह |
₹72.60 लाख |
हनुमान मंदिर, कलक्ट्रेट |
₹8.46 लाख |
#BamBamBhole #AgraTourism #ShivaCircuit #HeritageRevival #UPReligiousDestinations