टूडे न्यूजट्रैक यूपी। आगरा शू इंडस्ट्री। हिन्दी न्यूज उत्तर प्रदेश
जेवर में चमड़ा एवं फुटवियर पार्क का होगा निर्माण, आगरा के जूता कारोबार को मिलेगी रफ्तार
तीन हजार करोड़ का होगा निवेश, तीन लाख रोजगार सृजन की उम्मीद
आगरा।उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ने जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YIDA) ने जेवर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास सेक्टर-8 में 100 एकड़ भूमि चमड़ा निर्यात परिषद (CLE) को आवंटित कर दी है। इस भूमि पर अत्याधुनिक चमड़ा एवं फुटवियर पार्क की स्थापना की जाएगी। इस पार्क से आगरा के पारंपरिक जूता उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता भी बढ़ेगी।
टीटीजेड की बंदिशों के कारण नहीं पनप पा रही इंडस्ट्री
ताज ट्रेपेजियम जोन (TTZ) के तहत प्रदूषण नियंत्रण नियमों के चलते आगरा में नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना कठिन हो गई थी। भारतीय मानक ब्यूरो के दिशा-निर्देश, रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिका के रेसीप्रोकल टैरिफ जैसे वैश्विक प्रभावों ने जूता उद्योग को झटका दिया। इससे निर्यात में 200 करोड़ रुपये की गिरावट आई। ऐसे समय में जेवर में यह नया पार्क उद्योग के लिए आशा की किरण बनकर आया है। YIDA के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने भूमि आवंटन का आशय पत्र (LOI) जारी कर दिया है। दो माह में भूमि पर कब्जा देने के बाद निर्माण कार्य तेजी से शुरू होगा। इसमें औद्योगिक इकाइयों के साथ-साथ श्रमिकों के लिए आवासीय सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
हाईलाइट
- परियोजना लागत: लगभग ₹3,000 करोड़
- रोजगार सृजन: लगभग 3 लाख (प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष)
- भूमि दर: ₹9,775 प्रति वर्ग मीटर (थोक दर पर)
- स्थान: सेक्टर-8, जेवर एयरपोर्ट का पूर्वी द्वार
“यह पार्क मेक इन इंडिया और निर्यात-आधारित औद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। तीन लाख रोजगार सृजन होंगे। यह भारत को चमड़ा और फुटवियर निर्माण का वैश्विक केंद्र बनाने में सहायक सिद्ध होगा। LOI जारी होना इन्फ्रास्ट्रक्चर आधारित विकास युग की शुरुआत है।” पूरन डावर,CLE अध्यक्ष
“TTZ की बंदिशें अब रुकावट नहीं बनेंगी। जेवर पार्क से विदेशी खरीदारों की सीधी पहुंच आगरा की इकाइयों तक संभव होगी। इससे प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिलेगी।” चंद्र मोहन सचदेवा (जूता उद्यमी):
“नए पार्क में छोटे उद्यमों को भी जगह मिलेगी। जैसे चीन में एक ही स्थान पर सभी एसेसरीज और प्रदर्शन स्थल होते हैं, वैसा ही यहां भी होना चाहिए।”
उपेंद्र सिंह लवली (जूता उद्यमी):
क्लस्टर से जुड़ी संभावनाएं:
- टेनरीज (चमड़ा प्रसंस्करण इकाइयां)
- फुटवियर निर्माण इकाइयां
- डिज़ाइन और परीक्षण केंद्र
- कौशल विकास केंद्र
- वर्ल्ड क्लास लॉजिस्टिक हब
आगरा के लिए खुले नए द्वार
यह पार्क परिवहन लागत घटाएगा, निर्यात मार्ग सुगम करेगा और आगरा के उद्योगों को वैश्विक बाजार से जोड़ेगा। इससे न सिर्फ व्यापार में गति आएगी बल्कि युवाओं के लिए रोजगार और प्रशिक्षण के नए अवसर भी बनेंगे।
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