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एमजी रोड पर चल रहा मेट्रो का काम |
शुरुआत में बैरिकेडिंग को आंशिक रूप से हटाकर यातायात चालू रखने का प्रयास किया गया था, लेकिन इससे निर्माण कार्य की गति धीमी हो रही थी और सड़क पर बाधाएं बढ़ रही थीं। इस स्थिति से बचने के लिए संजय प्लेस तक सिविल कार्यों में तीव्रता लाने का निर्णय लिया गया।
24 घंटे मार्शल तैनात
सभी प्रमुख चौराहों और स्थानों पर 24 घंटे ट्रैफिक मार्शल तैनात किए गए हैं, जो वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित कर रहे हैं।
निर्माण क्षेत्र में जलभराव से बचाने के लिए सड़क की सतह से नियमित जल निकासी और सीवर सफाई हेतु विशेष टीमें नियुक्त हैं।
तेज़ी से हो रहा निर्माण
फुटपाथ किनारे कंक्रीट रैंप बनाए जा रहे हैं, ताकि दोपहिया वाहनों को सड़क के किनारे चलने के लिए अतिरिक्त जगह मिले। इससे यातायात का दबाव कम होगा।
सड़क की मरम्मत और अंतिम निर्माण
एमजी रोड पर गड्ढों की नियमित मरम्मत हो रही है। सिविल कार्य पूर्ण होने के बाद पूरी सड़क का पुनर्निर्माण किया जाएगा, ताकि यातायात निर्बाध हो सके।
साइनेज और यातायात दिशा-निर्देश
नगर निगम और अन्य विभागों के सहयोग से उन मार्गों पर उपयुक्त साइनेज लगाए जा रहे हैं, जहाँ निर्माण कार्य चल रहा है या मार्ग परिवर्तन की संभावना है। इससे यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों की स्पष्ट जानकारी मिलेगी।
यूपीएमआरसी का समय से पहले प्रोजेक्ट पूरा करने का रिकॉर्ड
विश्व स्तर पर मेट्रो परियोजनाओं का औसत पूरा होने का समय 5 वर्ष से अधिक होता है।
इसके विपरीत, यूपीएमआरसी ने आगरा मेट्रो का प्राथमिकता खंड निर्धारित समय से 6 महीने पहले पूरा किया।
भूमिगत खंड का निर्माण मात्र 23 महीने में और सुरंग निर्माण केवल 11 महीनों में पूरा कर रिकॉर्ड बनाया।
यातायात में सुधार और समय की बचत
वर्तमान में एमजी रोड पर जगह की कमी और निर्माण कार्य के कारण यातायात धीमा है।
मेट्रो परियोजना पूरी होने के बाद एमजी रोड से गुजरने में लगने वाला समय घटकर केवल 10–15 मिनट रह जाएगा।
एमजी रोड से जुड़े क्षेत्रों तक पहुँच कई गुना बढ़ेगी, जिससे व्यावसायिक और आवागमन सुविधा में बड़ा सुधार होगा।
जनता के लिए प्रतिबद्धता
यूपीएमआरसी का लक्ष्य है आगरा के लोगों को समय पर विश्व स्तरीय मेट्रो रेल प्रणाली उपलब्ध कराना, असुविधा को कम करना और एमजी रोड पर यात्रा को सहज बनाना।
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दूसरे कॉरिडोर में एक हजार से अधिक पाइल का निर्माण पूरा, 18 रिग मशीनों से हो रही पाइलिंग
आगरा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच बन रहे दूसरे कॉरिडोर में तेज गति के साथ निर्माण कार्य किया जा रहा है। यूपी मेट्रो ने दूसरे कॉरिडोर में 1050 पाइल का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। यूपीएमआरसी द्वारा दूसरे कॉरिडोर में पाइलिंग कार्य हेतु 18 रिग मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है।
आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच बन रहे दूसरे कॉरिडोर में में कुल 3700 पाइल, 750 पाइलकैप एवं 750 पियर का निर्माण किया जाना है। जिसमें से अब तक 1050 पाइल, 135 पाइलकैप एवं 112 पिलर का निर्माण किया जा चुका है। इसके साथ ही अब तक 50 पियरकैप एवं 78 यू गर्डर का परिनिर्माण भी किया जा चुका है। इस भाग के लिए डौकी स्थित कास्टिंग यार्ड में पियरकैप, यू गर्डर आदि की कास्टिंग की जा रही है।
गौरतलब है कि यूपी मेट्रो द्वारा प्रथम कॉरिडोर में ताज ईस्ट गेट से मन:कामेश्वर मेट्रो स्टेशन तक आगरा मेट्रो का संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इसके साथ ही इस कॉरिडोर के शेष भूमिगत में टनल निर्माण का कार्य पूर्ण होने के बाद ट्रैक आदि सिस्टम्स का काम किया जा रहा है। इस भाग के सभी 4 भूमिगत स्टेशनों का सिविल निर्माण पहले ही पूर्ण हो चुका है, फिलहाल, इस भाग में तेज गति के साथ स्टेशनों की फिनिशिंग का काम तेज गति के साथ किया जा रहा है।
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