200 करोड़ की सुपरस्पेशियलिटी विंग, मगर 2.30 करोड़ की मशीन ने रोकी हार्ट सर्जरी
एसएन मेडिकल कॉलेज में अधूरी तैयारी, मरीजों को दिल्ली-जयपुर भेजने की मजबूरी
आगरा : एसएन मेडिकल कॉलेज में 200 करोड़ की लागत से बनी सुपर स्पेशियलिटी विंग (SS Wing) आधुनिक सुविधाओं से लैस तो है, लेकिन हार्ट-लंग मशीन न लग पाने के कारण हार्ट सर्जरी शुरू नहीं हो सकी है। इस वजह से मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली, जयपुर या निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ रही है।
मशीन नहीं, सर्जरी नहीं
एसएस विंग में 14 फरवरी को पांच मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर चालू किए गए थे। हृदय, मस्तिष्क, मूत्रमार्ग और पेट की सर्जरी की सुविधा शुरू की गई। लेकिन हार्ट सर्जरी के लिए जरूरी हार्ट-लंग मशीन (2.30 करोड़ रुपये) अब तक नहीं लगाई जा सकी।
इस मशीन के बिना ओपन हार्ट सर्जरी करना संभव नहीं होता क्योंकि यह सर्जरी के दौरान मरीज के दिल और फेफड़ों का कार्य अस्थायी रूप से संभालती है।
कार्यदायी संस्था हाइटस मशीन खरीदने में अब तक विफल रही है। वहीं एसएन प्रशासन ने भी अपने बजट की सीमा का हवाला देते हुए मशीन खरीदने से इनकार कर दिया है। अब यह मामला 17 जून को दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में उठाया जाएगा।
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने स्पष्ट कहा कि मशीन के बिना सर्जरी संभव नहीं है और इसकी लागत कॉलेज वहन नहीं कर सकता।
युवाओं में बढ़ रही ब्लॉकेज की समस्या
एसएस विंग में 30 वर्ष की उम्र के ऊपर के मरीजों की एंजियोग्राफी में ब्लॉकेज सामने आ रही है। कई मरीजों को दो-दो स्टेंट डालकर एंजियोप्लास्टी की गई। लेकिन जिन मामलों में सर्जरी जरूरी है, उन्हें बाहर रेफर किया जा रहा है।
सरकारी बनाम निजी अस्पताल
- एसएन में प्रस्तावित हार्ट सर्जरी शुल्क: ₹3300
- निजी अस्पतालों में वही सर्जरी: ₹2 से ₹3 लाख तक
- मरीजों पर आर्थिक बोझ और जान का खतरा दोनों बना हुआ है
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