Agra News: Killing of trees or development work? Serious allegations on canal department
पेड़ों की हत्या या विकास कार्य? नहर विभाग पर गंभीर आरोप
नालों की खुदाई की आड़ में हो रही हरियाली की निर्मम कटाई, 5 करोड़ की योजना में बड़ा खेल!
Agra News Killing of trees or development work: विकास कार्यों की आड़ में अब प्रकृति की बलि दी जा रही है। आगरा जनपद के कई गांवों—नैनाना जाट, स्वरूप नगर, नागला पद्मा, बारपुर और रोहता—में नहर विभाग द्वारा नालों की खुदाई और सिल्ट सफाई के नाम पर हरे-भरे पेड़ों को बेरहमी से काटने का मामला सामने आया है। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 5 करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जा रहा है, लेकिन ज़मीनी सच्चाई इस योजना की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
![]() |
काटे गए पेडों को विभागीय अधिकारियों को दिखाते किसान नेता श्याम सिंह चाहर व ग्रामीण |
किसानों का आरोप
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने मीडिया से बात करते हुए गंभीर आरोप लगाए:"हर साल लाखों पेड़ लगाने का दावा किया जाता है, लेकिन सच्चाई यह है कि पुराने हरे पेड़ों को ही उखाड़कर बेच दिया जाता है। यह खुलेआम पर्यावरण और सरकारी योजनाओं का मजाक है।किसानों का कहना है कि यह सब नहर विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से हो रहा है, जिससे न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले समय में भारी जलभराव की समस्या भी पैदा हो सकती है।
दोषियों पर गिरेगी गाज!
मौके पर पहुंचे एसडीओ पंकज अग्रवाल, जेई यशपाल और विवेक कुमार ने स्थिति का जायज़ा लिया और किसानों को आश्वासन दिया कि:"जिन पेड़ों को अवैध रूप से काटा गया है, उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी और वन विभाग से रिपोर्ट मंगवाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
ग्रामीणों की चेतावनी\
घटना के समय बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे कुलदीप रावत, देवेंद्र रावत, चित्रा सिंह, लाखन सिंह, सुरेंद्र सिंह सहित अन्य। सभी ने एक स्वर में चेतावनी दी:"अगर शासन-प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आगामी बारिश में गांवों में जलभराव तय है.