
Mathura News: केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान की ब्रांड एंबेसडर, सांसद एवं प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने गुरुवार को पंडित दीनदयाल धाम में आयोजित "विकसित कृषि संकल्प अभियान" कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता की।
270 गांवों में किसानों की समस्याओं का समाधान
उन्होंने कहा कि यह अभियान किसानों और वैज्ञानिकों के बीच दोतरफा संवाद का प्रभावी मंच है, जो न केवल अनुसंधान को जमीन से जोड़ेगा बल्कि 270 गांवों में किसानों की समस्याओं का समाधान भी करेगा। हेमा मालिनी ने कहा कि बकरी पालन को “गरीब की गाय” कहा जाता है और यह ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और पोषण सुरक्षा का एक मजबूत आधार बन सकता है।
कार्यक्रम में मखदूम बकरी अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित व्हे और बकरी दूध से बने साबुन का भी विमोचन किया गया।
संस्थान के निदेशक डॉ. मनीष कुमार चेटली ने बताया कि यह अभियान खरीफ की फसल की तैयारी से जुड़ा है और किसानों को कृषि तकनीक, जैविक व प्राकृतिक खेती, बकरी पालन एवं ग्रामीण विकास की जानकारी दी जा रही है।
इस अवसर पर आईसीएआर के सहायक निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार गौड़, कृषि उपनिदेशक डॉ. राजीव पाहवा, केवीके प्रभारी डॉ. वाई.के. शर्मा, डॉ. अतुल सक्सेना सहित बड़ी संख्या में किसान एवं विशेषज्ञ उपस्थित
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