टूडे न्यूजट्रैक। हिन्दी। समाचार। उत्तर प्रदेश।
खून से लिखा गया खत, तीसरे दिन भी अनशन पर डटे किसान
नाले और सड़क निर्माण की मांग को लेकर ग्वालियर रोड पर आंदोलन जारी, प्रशासन पर डुलमुल रवैये का आरोप
![]() |
ग्वालियर रोड पर नाला निर्माण की मांग पर भूख हड़ताल पर बैठे अनशनकारी |
![]() |
आगरा। ग्वालियर रोड पर जलभराव और टूटी सड़क से परेशान ग्रामीणों ने जब समस्याओं का समाधान नहीं होते देखा, तो आंदोलन की राह पकड़ ली। तीसरे दिन भी नाला और सड़क निर्माण की मांग को लेकर किसान नेताओं का अनशन जारी रहा। आंदोलनकारियों में प्रमुख किसान नेता श्याम सिंह चाहर, नीरज शर्मा और किसान मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल हैं।
![]() |
अनशनकारियों ने मंत्री को खून से लिखा पत्र |
खून से लिखा पत्र केंद्रीय मंत्री गडकरी और उप मुख्यमंत्री के नाम
इस आंदोलन की गंभीरता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने खून से पत्र लिखकर केंद्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री केशव प्रसाद मौर्य से न्याय की गुहार लगाई है। पत्र में NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और PWD (लोक निर्माण विभाग) के अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है कि वे भू-माफियाओं के इशारे पर कार्य कर रहे हैं और जानबूझकर नाले का निर्माण नहीं करा रहे हैं। किसानों ने इसे एक सुनियोजित लापरवाही करार दिया है।
बारिश में भी नहीं डिगे हौसले, तंबू में भीगते रहे अनशनकारी
बरसात के बावजूद अनशन स्थल पर किसानों का उत्साह कम नहीं हुआ। सोमवार को नायब तहसीलदार रजनीश रंधावा अनशन स्थल पर पहुंचे और अनशनकारियों से ज्ञापन प्राप्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि मांगों को लेकर लिखा गया खत जिलाधिकारी के माध्यम से राज्य और केंद्र सरकार तक भेजा जाएगा।श्याम सिंह चाहर, नीरज शर्मा और दिलीप सिंह ने कहा कि पांच वर्षों से नगला मांकरोल, इटोरा, नगला पदमा, सराय मलूक चंद और रोहता बाग सहित आसपास के ग्रामीण जलभराव और सड़क की बदहाली से त्रस्त हैं। लोगों को बरसात में घुटनों तक पानी से गुजरना पड़ता है। परंतु प्रशासन और विभागों की अनदेखी अब असहनीय हो चुकी है।
CMO ने भेजी मेडिकल टीम
तीसरे दिन अनशन पर बैठे किसान नेताओं की तबीयत बिगड़ने लगी है। सीएमओ कार्यालय से एक मेडिकल टीम को अनशन स्थल पर भेजा गया, जिसने अनशनकारियों की सेहत की जांच की। रिपोर्ट शासन और जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। चिंता की बात यह है कि श्याम सिंह चाहर और दिलीप सिंह की हालत लगातार गिरती जा रही है।
गांव वाले भी उतरे समर्थन में
अनशन स्थल पर सैकड़ों ग्रामीण भी लगातार मौजूद हैं, जिन्होंने नाले और सड़क निर्माण की मांग को लेकर प्रशासन को एक सुर में चेताया कि अगर शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है। इस दौरान देवेंद्र कुमार फौजी, नागेंद्र, रामू चौधरी, नरेंद्र फौजदार, विवेक चाहर, हाकिम सिंह नोब, राकेश कुमार, सुखवीर सिंह राणा, चित्रा सिंह, वासुदेव कुशवाहा, देशराज कश्यप, केपी चाहर, सुरेंद्र सिंह, जितेंद्र कुमार, विक्रम सिंह, नीलम गुप्ता, टीटू कुशवाहा, जयवीर सिंह, कोमल सिंह, हरिओम, रामनाथ शर्मा, सतीश बघेल, पीयूष शर्मा, राजकुमार, सुरेश, पारस, धीरज चंदेल, शगुन कुशवाह, कुमारपाल चाहर, आसिफ, पवन कुमार, रमाकांत शर्मा, अनिल शर्मा सहित कई दर्जन गांववाले मौजूद रहे।
#FarmersOnProtest#VoiceForRoadAndDrain#AgraFarmersDemand#FightForInfrastructure#BloodWrittenLetter#FarmersOnHungerStrike#JusticeForVillagers#NeglectedByAuthorities#NHBlockedVoices#DrainAndRoadNow#RoadBlockedByWater#BuildTheDrainNow#AgraRoadWoes#YearsOfNeglect#InfrastructureCrisis