आगरा। ताजनगरी में इस बार लघु भारत की झलक दिखाई देगी। अवसर होगा रंगोदय 2025 का, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से सैंकड़ों कलाकार जुटेंगे। यह महोत्सव संस्कार भारती नाट्य केंद्र आगरा द्वारा संस्कृत मंत्रालय भारत सरकार, मिल्टन पब्लिक स्कूल और आगरा के कलाप्रेमियों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन मणिपुर के वरिष्ठ रंगकर्मी एन. बी. शर्मा और असम की वरिष्ठ रंगकर्मी पाणखला कमलता की स्मृति में किया जा रहा है। बुधवार को यूथ हॉस्टल में इसका पोस्टर विमोचन संस्था के पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
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कार्यक्रम का पोस्टर विमोचन करते संस्था के पदाधिकारी |
पोस्टर विमोचन के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में संस्कार भारती नाट्य केंद्र के अध्यक्ष पंकज सक्सैना ने बताया कि संस्थापक निर्देशक नाट्यशिल्पी केशव प्रसाद सिंह के निर्देशन में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इसमें देशभर से दर्जनों टीमों के सैकड़ों कलाकार भाग लेने आ रहे हैं। उन्होंने आगरा के सभी कलाप्रेमियों से आग्रह किया कि वे कलाकारों का उत्साहवर्धन करने के लिए अवश्य पधारें।
चार अक्टूबर से सात अक्टूबर तक अवधपुरी स्थित मिल्टन पब्लिक स्कूल में भव्य रंगग्राम बसाया जाएगा। इसके अंतर्गत 21वां राष्ट्रीय नाट्य नृत्य महोत्सव और राष्ट्रीय सम्मान समारोह होगा। महोत्सव संयोजक अजय दुबे ने बताया कि कलाकारों के ठहरने और भोजन की समुचित व्यवस्था रंगग्राम में की जा रही है। साथ ही अतिथि कलाकार अपने प्रवास के दौरान आगरा की ऐतिहासिक धरोहरों का भी अवलोकन करेंगे, जिसके लिए बसों की व्यवस्था की गई है।
महोत्सव के प्रधान संरक्षक और मिल्टन पब्लिक स्कूल ग्रुप के एमडी डॉ. राहुल राज ने कहा कि यह आयोजन अब आगरा का महत्वपूर्ण सांस्कृतिक पर्व बन चुका है। इसलिए रंगग्राम को आकर्षक और अनूठा स्वरूप दिया जा रहा है।
संरक्षक व मीडिया प्रभारी डॉ. महेश चंद्र धाकड़ ने बताया कि विपरीत परिस्थितियों में भी मणिपुर के कलाकार यहां आ रहे हैं, जिससे उनकी कला और संस्कृति के प्रति गहरा समर्पण झलकता है।
उपाध्यक्ष स्वामी वास अरोरा ने जानकारी दी कि महोत्सव का शुभारंभ तीन अक्टूबर को शाम छह बजे रंगग्राम के उद्घाटन संग होगा। सचिव नीता तिवारी ने बताया कि चार अक्टूबर को सुबह दस बजे नृत्य प्रतियोगिताओं का उद्घाटन और शाम पांच बजे नाट्य प्रतियोगिता का उद्घाटन होगा।
पांच और छह अक्टूबर को सुबह दस से एक बजे तक शास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिता और दोपहर दो से शाम चार बजे तक लोक नृत्य प्रतियोगिता होगी। सात अक्टूबर को सुबह दस बजे रंग जुलूस निकाला जाएगा, जो राजामंडी स्टेशन से शुरू होकर दिल्ली गेट, बाग फरजाना, सूरसादेवी, संजय प्लेस होते हुए शहीद स्मारक तक जाएगा। इसी दिन शाम छह बजे समापन समारोह होगा, जिसमें नाटक गधे की बारात और विविध नृत्य प्रस्तुतियां होंगी।
सम्मान समारोह संयोजक उमा शंकर मिश्र ने बताया कि सात अक्टूबर की रात आठ बजे राष्ट्रीय सम्मान समारोह होगा। इसमें देशभर के वरिष्ठ और युवा कलाकारों को उनके कला और संस्कृति क्षेत्र में योगदान के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। कोषाध्यक्ष संजय सक्सैना ने कहा कि सभी इंतजाम अंतिम दौर में हैं। संगठन मंत्री प्रमेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि सफल आयोजन के लिए कई समितियों का गठन किया गया है।
नाट्य निर्देशक चंद्रशेखर बहावर ने जानकारी दी कि महोत्सव में जे. जे. सभागार, मिल्टन पब्लिक स्कूल में नाट्य मंचन होंगे। इस बार मणिपुर से चूंग थांग क्रिएटिव आर्टिस्ट्स एसोसिएशन इंफाल, बिहार से अंग नाट्य मंच, दिल्ली से अभिनायक रंगमंच व ड्रामाटजी, ओडिशा से पंचतत्व राउरकेला और आह्वान जाजपुर, प्रयागराज से माध्यम संस्थान, झांसी से तरकश लोक कला समिति, बरेली से माधव रंगमंडल, वाराणसी से मंच सूत्रम, मुंबई से बीइंग कलाकार, असम से तक्षशिला गोहारी, झारखंड से एंटीक इंडियन रंग आर्ट एंड कल्चर सोसायटी और कला निकेतन धनबाद, छत्तीसगढ़ से सत्य नाट्य एवं नृत्य संस्था भिलाई और राजनांदगांव थिएटर ग्रुप, पश्चिम बंगाल से उत्तर दक्षिण कोलकाता, हरियाणा से सप्तक कल्चरल सोसायटी समेत कई नाट्य दल आ रहे हैं।
इसी प्रकार नृत्य निर्देशक डॉ. मनु शर्मा और संगीत निर्देशक डॉ. विभा ने बताया कि लोक और शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुतियों में गुरु अंभुगाल डांस म्यूजिक सेंटर इंफाल, नृत्यांगन कृति कला केंद्र अजमेर, रस कला संगीत महाविद्यालय कटनी, नाथ ब्रह्म संगीत संस्थान जबलपुर, ध्रुपद डांस एकेडमी इंदौर, अनुरोध साहित्य कला केंद्र आजमगढ़, महाचवेता कला केंद्र, नटराज यूथ क्लब साहिबगंज, और चंद्रकांत पाटकर विद्यालय मुंबई जैसी संस्थाओं के कलाकार हिस्सा लेंगे।
ये रहे मौजूद
पोस्टर विमोचन और प्रेस वार्ता में सह सचिव अंकित कुमार सिंह, संप्रेण अधिकारी राजेश मल्होत्रा, कार्यकारिणी सदस्य संजय चतुर्वेदी, अनीता परिहार, दीपक जैन, वाणी सक्सैना, सुधीर कुमार, अतनु माहेश्वरी, राजीव सिंहल और संदीप अरोड़ा भी मौजूद रहे।
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