पर्यावरण-अनुकूल मेट्रो संचालन ने आगरा और कानपुर में घटाया प्रदूषण
आगरा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPMRC) की पर्यावरण-हितैषी मेट्रो परियोजनाओं के कारण आगरा और कानपुर में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। हाल ही में National Clean Air Survey 2025 में आगरा को तीसरा और कानपुर को पांचवां स्थान मिला।
दोनों शहरों में मेट्रो के सिविल निर्माण कार्य बड़े पैमाने पर जारी हैं। आगरा मेट्रो स्टेशनों को Indian Green Building Council द्वारा पर्यावरण हितैषी 'प्लैटिनम' रेटिंग दी गई है, जो किसी भी निर्माण परियोजना को मिलने वाली सर्वोच्च मान्यता है।निर्माण स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन, जल छिड़काव, व्हील वॉशिंग, व्यवस्थित बैरिकेडिंग और मैकेनिकल ब्रूमिंग जैसी व्यवस्थाएँ लागू की गई हैं। मुख्य सड़कों और निर्माण स्थलों पर मशीनों से सफाई और लेनों की स्वीपिंग ने वायु गुणवत्ता सुधारने में अहम योगदान दिया।UPMRC ने पर्यावरण-अनुकूल परिवहन और ग्रीन बेल्ट के विकास के माध्यम से भी प्रदूषण नियंत्रण में सकारात्मक परिणाम प्राप्त किए। निर्माण कार्य के बावजूद दोनों मेट्रो परियोजनाओं ने सतत प्रदूषण नियंत्रण सुनिश्चित किया।
पर्यावरण सुधार के लिए यूपीएमआरसी प्रयासरत
UPMRC के एमडी सुशील कुमार ने कहा मेट्रो परियोजनाओं के विकास के मूल में पर्यावरण संरक्षण है। मेट्रो जीरो कार्बन उत्सर्जन पर आधारित सबसे पर्यावरण-अनुकूल परिवहन विकल्प है। आगरा मेट्रो न केवल निर्माण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण के प्रयास कर रही है, बल्कि यात्रियों को टिकाऊ और हरित परिवहन उपलब्ध कर कार्बन उत्सर्जन घटा रही है। यूपीएमआरसी भविष्य में भी पूरी सजगता के साथ इस दिशा में कार्य करेगा।”
पर्यावरण हित में प्रमुख प्रयास
आगरा मेट्रो में 100% LED लाइटिंग
ट्रेनों और लिफ्टों में रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम, लगभग 45% ऊर्जा की बचत
वायाडक्ट पर वर्षा जल संचयन कूप
HVAC आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम, यात्री संख्या और कार्बन उत्सर्जन के अनुसार नियंत्रित निर्माण स्थलों पर जल छिड़काव, व्हील वॉशिंग, बैरिकेडिंग और मैकेनिकल ब्रूमिंग लगातार लागू किए गए।
#AgraMetro #KanpurMetro #CleanAir2025 #GreenTransport #UPMRC #SustainableMetro #AirQualityImprovement #EcoFriendlyCities #SmartCity