आगरा।आगरा। थाना न्यू आगरा क्षेत्र के केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड स्थित नगला बूढ़ी में शुक्रवार रात दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। पुलिस चेकिंग से बचने के लिए तेज रफ्तार में भाग रही टाटा नेक्सन कार ने बेकाबू होकर सात लोगों को रौंद दिया। हादसे में पांच लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतकों में मां-बेटा और दो दोस्त शामिल हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रात करीब आठ बजे दयालबाग मार्ग से आ रही तेज रफ्तार कार सबसे पहले एक ऑनलाइन फूड डिलीवरी बॉय की बाइक से टकराई। इसके बाद चालक ने गाड़ी की स्पीड और बढ़ा दी और कुछ दूरी पर पैदल जा रही महिला बबली (38) और उसके बेटे गोलू समेत दो पेंटर मित्र कमल (23) और कृष्णा (20) को चपेट में ले लिया।
तीन बार पलटने के बाद घर के बाहर बैठे लोगों पर जा गिरी
कार यहीं नहीं रुकी। करीब 100 मीटर आगे जाकर अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई और तीन बार पलटने के बाद प्रेमचंद के घर के बाहर बैठे लोगों पर जा गिरी। प्रेमचंद के भतीजे राहुल और बीरेंद्र गाड़ी के नीचे दब गए। स्थानीय लोगों ने किसी तरह कार को सीधा कर दबे हुए लोगों को बाहर निकाला और पुलिस की मदद से सभी घायलों को एस.एन. मेडिकल कॉलेज भेजा। वहां डॉक्टरों ने बबली, भानु प्रताप, कमल, कृष्णा और राहगीर बंटेश (50) को मृत घोषित कर दिया।
मुआवजे की मांग पर हंगामा
घटना के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने सड़क पर जाम लगाकर पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की। सूचना पर अपर पुलिस उपायुक्त आदित्य सिंह और एसीपी हरीपर्वत अक्षय संजय महाडिक मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और क्रेन की मदद से कार को कब्जे में लिया।स्थानीय निवासी प्रेमचंद ने बताया कि उनके पिता दौलतराम का एक दिन पहले निधन हुआ था, जिसके कारण घर के बाहर टेंट लगा था। परिवारजन वहीं बैठे थे, तभी कार पलटते हुए उन पर आ गिरी। आवाज़ इतनी तेज थी कि पूरा मोहल्ला घरों से बाहर निकल आया। प्रेमचंद ने बताया।पुलिस ने कार को जब्त कर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। गंभीर रूप से घायल दो लोगों का इलाज एस.एन. मेडिकल कॉलेज में जारी है।
नशे में धुत चालक को भीड़ ने पीटा
हादसे के बाद मोहल्ले में हाहाकार मच गया। लोगों ने कार के शीशे तोड़कर चालक को बाहर निकाला और पिटाई शुरू कर दी। बताया गया कि चालक नशे में था और पुलिस चेकिंग से बचने के लिए कार भगाई थी। एयरबैग खुलने से उसकी जान बच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह भीड़ से चालक को बचाया और हिरासत में ले लिया।
डीसीपी सिटी सोनम कुमार के निर्देश पर पुलिस ने चालक से पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कार चालक तेज रफ्तार में था और संभवतः उसने शराब पी रखी थी। पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण कराया है, रिपोर्ट का इंतजार है।पुलिस के अनुसार, मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है और पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है।
शादी की खुशियां मातम में बदलीं, नगला बूढ़ी हादसे में पांच परिवार उजड़े
आगरा। थाना न्यू आगरा क्षेत्र के नगला बूढ़ी में शुक्रवार रात हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने पांच परिवारों की खुशियां छीन लीं। तेज रफ्तार कार से हुए इस भीषण टक्कर हादसे में मां-बेटे समेत पांच लोगों की मौत के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा है। एस.एन. मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंचते ही परिजनों के रोने की आवाज़ें गूंज उठीं। जहां कुछ घंटे पहले घरों में हंसी-खुशी का माहौल था, वहीं अब सन्नाटा और आंसू हैं।
भांजी की शादी की तैयारी में जुटी थी बबली
मृतका बबली (38) अपने मायके नगला बूढ़ी में रह रही थीं। उनकी शादी करीब 15 साल पहले सादाबाद के मिड़ावली गांव के हरेश से हुई थी। तीन बच्चों में बड़ा बेटा कर्मवीर दिव्यांग है, जबकि छोटा बेटा गोलू हादसे में घायल हुआ। बताया गया कि बबली अपने परिवार का सहारा थीं। घरों में काम करके बच्चों का पालन-पोषण करती थीं।
परिजन ने बताया कि घर में उनकी भांजी की शादी तय हुई थी, और बबली उसी की तैयारियों में जुटी थीं। शुक्रवार शाम वह गोलू को कपड़े दिलाने निकली थीं, तभी तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घर में खुशी का माहौल मातम में बदल गया।
बाजार से लौटते वक्त कुचले गए दो दोस्त
नगला बूढ़ी के कमल (24) और कृष्णा उर्फ कृष (20) दोनों पेंटर थे और घनिष्ठ मित्र थे। शुक्रवार रात करीब आठ बजे दोनों कपड़े खरीदने बाजार निकले थे। कृष्णा के भाई की सगाई की बात चल रही थी, इसलिए तैयारियों में दोनों बाहर गए थे।कमल के परिजनों ने बताया कि तीन साल पहले उसने प्रेम विवाह किया था, लेकिन पत्नी की प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई थी। उसका दो साल का बेटा है। दोनों मित्र घर से कुछ ही दूरी पर पहुंचे थे कि तेज रफ्तार कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। मौके पर ही दोनों लहूलुहान होकर गिर पड़े। जब परिवारजन पहुंचे तो सड़क पर खून ही खून बिखरा था। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
डिलीवरी के दौरान हुई मौत
भानु प्रताप मिश्रा (28) आवास विकास कॉलोनी सेक्टर-1 निवासी थे और ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी में काम करते थे। शुक्रवार रात उन्हें एक ऑर्डर डिलीवर करने के बाद घर लौटना था, लेकिन किसे पता था कि यह सफर आखिरी साबित होगा।भानु की शादी तीन साल पहले शामा से हुई थी। एक साल का बेटा चेतन है। परिवार के मुताबिक भानु दिन में दस बजे ड्यूटी पर निकले थे। रात आठ बजे के करीब पुलिस से बचने के लिए तेज रफ्तार में भाग रही कार ने सबसे पहले उनकी बाइक को टक्कर मारी। भानु की मौके पर ही मौत हो गई। पिता कूलर की दुकान चलाते हैं और छोटे बेटे लखन के साथ देर रात तक इमरजेंसी के बाहर विलाप करते रहे।
हादसे की खबर मिलते ही मृतकों के परिजन और स्थानीय लोग अस्पताल व थाने पर जुट गए। महिलाओं ने सड़क पर जाम लगा दिया और मुआवजे की मांग करने लगीं। पुलिस अधिकारियों ने काफी समझाने के बाद रात करीब पौने दो बजे लोगों को शांत कराया।नगला बूढ़ी के हर घर में मातम छाया हुआ है। कोई अपनी मां को रो रहा है, तो किसी के सिर से बेटे का साया उठ गया है। हादसे के बाद पूरा इलाका चीख-पुकार से गूंज उठा था। प्रेमचंद के घर के बाहर आज भी बिखरे टूटे टेंट और खून के निशान उस भयावह रात की गवाही दे रहे हैं।

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