मथुरा:को उ0नि0 कीरत कुमार एवं म0का0 नीलम क्विक रेस्पांस टीम क्विक रेस्पांस टीम के साथ रेलवे स्टेशन मथुरा जंक्शन पर ड्यूटी पर तैनात थे। शासन द्वारा संचालित मिशन शक्ति—नारी सुरक्षा, नारी सम्मान और नारी स्वावलंबन अभियान के तहत वे स्टेशन परिसर में सुरक्षा चेकिंग कर रहे थे।
चेकिंग के दौरान सर्कुलेटिंग एरिया में पुलिस टीम को एक किशोरी अकेली घूमती हुई संदिग्ध अवस्था में मिली। पूछताछ में किशोरी ने बताया कि वह करौली, राजस्थान के पुरानी कचहरी के पास, बिहारी जी मंदिर, हिण्डौन जिला से है और घरवालों से नाराज़ होकर मथुरा घूमने चली आई थी। उसने पुलिसकर्मी म0का0 नीलम को बताया कि अब उसके पास न पैसे हैं और न ही घर वापस जाने का कोई साधन। बात करते-करते किशोरी रोने लगी।
महिला कांस्टेबल नीलम ने तुरंत उसे महिला हेल्प डेस्क पर ले जाकर सुरक्षित बैठाया और पूरी जिम्मेदारी के साथ उसकी काउंसलिंग की। इसके बाद जीआरपी टीम ने किशोरी के परिजनों से संपर्क किया। सूचना मिलते ही परिजन थाने पहुँचे और अपनी बेटी को सुरक्षित एवं सकुशल वापस पाकर राहत महसूस की।
परिजनों ने जीआरपी मथुरा टीम, विशेष रूप से उ0नि0 कीरत कुमार और म0का0 नीलम के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि पुलिस की समय रहते की गई कार्रवाई से अनहोनी टल गई।
जीआरपी मथुरा ने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल मिशन शक्ति के सिद्धांतों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए हर महिला और बच्ची की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। समय-समय पर टीम स्टेशन परिसर में गश्त, चेकिंग और जागरूकता अभियान चलाती रहेगी।
