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"ऑपरेशन हनीमून: पति राजा की हत्या के पीछे सोनम की साजिश! मेघालय पुलिस की SIT ने 5 टीमों से ऐसे खोला मर्डर मिस्ट्री का राज"
मेघालय | इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या और उनकी पत्नी सोनम के लापता होने के मामले में मेघालय पुलिस की SIT ने ‘ऑपरेशन हनीमून’ के ज़रिए बड़ा खुलासा किया है। मेघालय सरकार ने घटना के तुरंत बाद इस केस की जांच के लिए विशेष जांच टीम गठित की थी। SIT की पांच टीमों ने मिलकर हत्या की गुत्थी को सुलझाया। इसमें सबसे चौंकाने वाला पहलू ये रहा कि हत्या की साजिश में राजा की पत्नी सोनम की संलिप्तता सामने आई। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य, गवाहों के बयान, कॉल डिटेल्स, सोशल मीडिया गतिविधियों और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तह तक पहुंचने में सफलता हासिल की।
मंत्री बोले- हमें मेघालय पुलिस पर भरोसा है
पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह और कैबिनेट मंत्री एलेक्जेंडर लालू हेग ने SIT की जांच पर विश्वास जताते हुए कहा कि पुलिस ने अहम सुराग जुटा लिए हैं। गृह मंत्री प्रेस्टोन टेनसांग ने भी कहा कि इस केस से राज्य की छवि पर असर न पड़े, इसलिए हमने तेज़ और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए थे।
कैसे खुला मर्डर का राज: जानिए SIT की 5 टीमों का काम
1. हत्या वाले दिन की पड़ताल: सोनम ने गुमराह किया
राजा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और मोबाइल एक्टिविटी से पुष्टि हुई कि उनकी हत्या 23 मई को दोपहर करीब 2 बजे हुई। उससे कुछ समय पहले सोनम ने अपनी सास से बात कर कहा था कि वह राजा से पीछे रह गई है। लेकिन गाइड के बयान से पता चला कि वो ज्यादा दूर नहीं थी। इसके अलावा, सोनम ने झूठ बोलकर उपवास का बहाना किया, जबकि उसने सुबह अच्छा-खासा नाश्ता किया था।
2. सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध गतिविधियां उजागर
सीसीटीवी फुटेज से सामने आया कि सोनम ने होटल से बाहर आकर कई संदिग्ध मैसेज भेजे, जब राजा अंदर था। बाद में वे दोनों स्कूटी से निकले। फुटेज में सोनम की बॉडी लैंग्वेज असहज दिखी। यही नहीं, 22 मई की शाम को तीन अज्ञात युवक भी उनके साथ दिखे।
3. कॉल डिटेल्स से प्रेमी राज का नाम आया सामने
राजा की हत्या से पहले और बाद में सोनम के फोन की कॉल डिटेल खंगालने पर एक नाम सामने आया—राज कुशवाह। वह सोनम से लगातार संपर्क में था। हत्या के बाद सोनम का मोबाइल बंद हो गया लेकिन राज का नंबर चालू रहा। पुलिस ने इन नंबरों को ट्रैक किया और पता चला कि वे मेघालय में एक्टिव थे।
4. स्थानीय गाइड और लोगों से जानकारी
गाइड अल्बर्ट ने पुलिस को बताया कि उसने 23 मई को सोनम और राजा को तीन अन्य युवकों के साथ देखा था। ये तीनों राजा के साथ आगे और सोनम पीछे चल रही थी। वे हिंदी में बात कर रहे थे। अल्बर्ट को जब सीसीटीवी फुटेज में दिखाई गई तस्वीरें दिखाईं गईं, तो उसने एक युवक की पहचान कर दी।
5. सोशल मीडिया से मिला साइकोलॉजिकल क्लू
हनीमून पर गए कपल की एक भी फोटो सोशल मीडिया पर नहीं थी। जबकि वो कई टूरिस्ट लोकेशनों पर गए थे। 23 मई दोपहर को राजा के इंस्टाग्राम से एक आखिरी पोस्ट हुआ—"सात जन्मों का साथ"। इसके तुरंत बाद उनका मोबाइल बंद हो गया। यह पोस्ट सोनम की प्लानिंग का हिस्सा हो सकता है।
और भी खुलासे:
- सोनम ने हत्या के बाद की ट्रेनों की बुकिंग: सोनम ने तीनों आरोपियों के लिए यूपी लौटने के टिकट बुक कराए थे।
- सास से झूठ, होटल में पेटभर खाना: सोनम ने उपवास का बहाना बनाकर राजा की मां को गुमराह किया।
- राज ने हत्या के बाद दिखाया पछतावा: सोनम का प्रेमी राज कुशवाह घटना के बाद रोता हुआ देखा गया, मंदिर जाकर प्रार्थना भी की।
- गूगल मैप से मिला पहला सुराग: पुलिस ने गूगल लोकेशन के ज़रिए राजा की आखिरी मौजूदगी और शव मिलने की जगह ट्रेस की।
- यूपी के ढाबे से सोनम की बरामदगी: 17 दिन बाद सोनम गाजीपुर के एक ढाबे से मिली, जहां वह एक फोन से अपने भाई से बात करना चाहती थी।
अब आगे क्या?
मेघालय पुलिस ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है। सोनम से भी पूछताछ चल रही है। पुलिस को पूरा यकीन है कि यह हत्या साजिशन की गई और इसमें सोनम की केंद्रीय भूमिका थी। मामले की जांच अब अंतिम चरण में है और जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
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