Agra News:Khari river bridge will remain closed for 17 more days, 12 bearings will be replaced, speed of 50 villages halted, people are troubled

आगरा। हिन्दी न्यूज। टूडे न्यूजट्रैक ।उत्तर प्रदेश।

खारी नदी पुल रहेगा 17 दिन और बंद, 12 बियरिंग बदली जाएंगी, 50 गांवों की थमी रफ्तार, लोग परेशान

जान जोखिम में डालकर खारी नदी के पुल से गुजरते स्कूली बच्चे
आगरा।आगरा-शमसाबाद मार्ग स्थित 60 साल पुराना खारी नदी पुल अब पूरी तरह से अगले 17 दिनों तक बंद रहेगा। बीते 5 जुलाई की रात पुल में तकनीकी खराबी आने के बाद प्रारंभिक मरम्मत की योजना बनाई गई थी, लेकिन जांच के दौरान स्थिति और अधिक गंभीर पाई गई। लोक निर्माण विभाग (PWD) ने अब कुल 12 बियरिंग बदलने का निर्णय लिया है, जिससे मरम्मत कार्य का दायरा बढ़ गया है और स्थानीय लोगों की मुश्किलें भी।


5 जुलाई की रात आई थी पहली खराबी

5 जुलाई की रात लगभग 12 बजे पुल के एक्सपेंशन ज्वाइंट के पास दो बियरिंग में अचानक खराबी आ गई, जिससे पुल का एक सिरा लगभग आधा इंच नीचे धंस गया। सुरक्षा कारणों से तत्काल प्रभाव से दो और चार पहिया वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद कर दी गई। केवल पैदल आवाजाही की अनुमति है।


पुरानी बियरिंग ने बढ़ाई समस्या

PWD की सोमवार को हुई गहन जांच में पता चला कि सिर्फ दो नहीं बल्कि 12 बियरिंग पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं।
अधीक्षण अभियंता सी.पी. सिंह ने बताया कि पुल की बियरिंग काफी पुरानी हैं और अब बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए सभी को नई बियरिंग से बदला जाएगा।"

जलस्तर बना रुकावट

मरम्मत कार्य मंगलवार से शुरू होगा, लेकिन खारी नदी का बढ़ा हुआ जलस्तर कार्य में रुकावट डाल रहा है। मशीनें पुल के नीचे नहीं पहुँच पा रही हैं। PWD अब प्लेटफॉर्म बनाने और जलस्तर नियंत्रित करने की दिशा में काम कर रहा है। बारिश की मौसमीय अनिश्चितता भी कार्य की रफ्तार पर असर डाल सकती है।


50 गांवों की बढ़ी मुसीबत

पुल के बंद होने से करीब 50 गांवों की हजारों की आबादी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है।

  • बच्चों को स्कूल भेजने के लिए 30 किमी का अतिरिक्त रास्ता तय करना पड़ रहा है।
  • बीमार लोगों को अस्पताल ले जाना कठिन हो गया है।
  • रोजगार और व्यवसाय से जुड़े लोग समय से गंतव्य नहीं पहुँच पा रहे।

स्कूली बच्चों की जान जोखिम में

सोमवार को कई स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर पैदल पुल पार करते नजर आए। पुल के जर्जर हिस्सों से होकर गुजरना खतरनाक है। इससे पहले कोई बड़ा हादसा हो, ग्रामीणों ने प्रशासन से वैकल्पिक सुरक्षित व्यवस्था की मांग की है।


जनप्रतिनिधियों ने की तेज कार्य की माँग

स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से आग्रह किया है कि:

  • मरम्मत कार्य को युद्धस्तर पर पूरा किया जाए।
  • जब तक कार्य चल रहा है, तब तक स्कूली बच्चों, मरीजों व यात्रियों के लिए वैकल्पिक परिवहन या अस्थायी पैदल पुल की व्यवस्था की जाए।


पुल की 12 बियरिंग बदली जाएंगी, कार्य में लगेंगे 17 दिन

50 गांवों की आबादी प्रभावित

बच्चों व मरीजों को 30 किमी अतिरिक्त यात्रा करनी पड़ रही

मरम्मत मंगलवार से शुरू, जलस्तर बना चुनौती

ग्रामीणों ने की तेज कार्य और वैकल्पिक व्यवस्था की माँग


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