-राजस्व परिषद और लघु उद्योग भारती के बीच हुआ सार्थक संवाद
-उद्योग जगत को मिला भरोसा
आगरा। आगरा में औद्योगिक विकास और निवेश को नई दिशा देने के उद्देश्य से आयोजित आगरा संवाद 2025 ने प्रशासन और उद्यमियों के बीच एक सशक्त सेतु का काम किया। शुक्रवार 29 अगस्त को जेपी पैलेस, आगरा में लघु उद्योग भारती आगरा और क्रेडाई आगरा के संयुक्त तत्वावधान में यह संवाद कार्यक्रम हुआ, जिसमें राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अनिल कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में उद्योग जगत की चुनौतियों, भूमि आवंटन से जुड़ी जटिलताओं और डिजिटल रिकॉर्ड को लेकर उठते सवालों पर विस्तृत चर्चा हुई।
जब तक इनका समाधान नहीं होगा, निवेश प्रभावित रहेगा
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद उद्योग और व्यापार जगत से जुड़े प्रतिनिधियों ने प्रशासन के सामने अपनी व्यावहारिक समस्याएं रखीं। भूमि आवंटन, म्यूटेशन की लंबी प्रक्रिया, चकबंदी के अटके मामलों, जल निकासी से जुड़ी चुनौतियों और डिजिटल रिकार्ड के असंगत डाटा जैसे मुद्दे प्रमुखता से उठे। उद्यमियों ने कहा कि जब तक इन समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तब तक औद्योगिक इकाइयों का विस्तार और निवेश की प्रक्रिया प्रभावित होती रहेगी।
प्रक्रिया में लानी होगी पारदर्शिता
मुख्य अतिथि अनिल कुमार ने इस संवाद को बेहद सकारात्मक पहल बताया। उन्होंने कहा कि राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश वर्तमान समय में राजस्व संबंधित मामलों के डिजिटलीकरण पर तेजी से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि परिषद की कोशिश है कि हर धारा और प्रक्रिया को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाए, जिससे आम उद्यमी को न केवल पारदर्शिता मिले बल्कि उसका समय और ऊर्जा भी बचे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की प्राथमिकता Ease of Doing Business को मजबूत करना है और उद्योग जगत के सभी ठोस सुझावों पर नीति-स्तर पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
![]() |
कार्यक्रम में मौजूद चीफ गेस्ट व यूपी लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राकेश गर्ग, कमिश्नर व डीएम। |
नहीं बरती जाए कोताही
अनिल कुमार ने भरोसा दिलाया कि औद्योगिक विकास प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रदेश सरकार निवेशकों के अनुकूल वातावरण बनाने में किसी तरह की कोताही नहीं बरतेगी और उद्यमियों को हर संभव सुविधा दी जाएगी। उनका कहना था कि उद्यमियों को यह भरोसा होना चाहिए कि प्रशासन उनकी हर समस्या के समाधान के लिए तत्पर है।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम लिमिटेड के अध्यक्ष राकेश गर्ग ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने उद्यमियों से कहा कि राज्य सरकार लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लगातार नई नीतियों पर काम कर रही है। इस अवसर पर मंडलायुक्त आगरा शैलेन्द्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी आगरा अरविंद मलप्पा बंगारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
लघु उद्योग भारती आगरा के पदाधिकारी विजय गुप्ता, राजीव बंसल, पी.डी. शर्मा, संजय अग्रवाल और मनीष गोयल ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि आगरा जैसे ऐतिहासिक और पर्यटन नगरी में उद्योग और व्यापार को और अधिक प्रोत्साहन दिए जाने की जरूरत है। यहां के उद्यमी सरकार और प्रशासन से सकारात्मक पहल की उम्मीद करते हैं।
लघु उद्योग भारती ने सौंपा ज्ञापन
बैठक के दौरान लघु उद्योग भारती आगरा की ओर से प्रशासन को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इसमें औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने, म्यूटेशन की जटिलताओं को खत्म करने, भू-उपयोग परिवर्तन की प्रक्रिया को तेज करने, डिजिटल रिकॉर्ड को त्रुटिरहित बनाने और चकबंदी की समस्याओं के समाधान हेतु ठोस सुझाव दिए गए। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि अगर इन सुझावों पर अमल किया गया तो प्रदेश में औद्योगिक निवेश को गति मिलेगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
आगरा संवाद 2025 को इस मायने में भी महत्वपूर्ण माना गया कि इसने प्रशासन और उद्योग जगत के बीच प्रत्यक्ष संवाद की एक नई परंपरा शुरू की। आमतौर पर उद्यमियों की समस्याएं कई स्तरों पर उलझ जाती हैं और समाधान में लंबा समय लगता है, लेकिन इस तरह के सीधे संवाद से न केवल समस्याओं को तुरंत सुना जा सकता है, बल्कि उनके समाधान की दिशा में ठोस पहल भी हो सकती है।
कार्यक्रम का संचालन बेहद सादगीपूर्ण माहौल में किया गया। राजस्व परिषद के एक अधिकारी की सड़क दुर्घटना में असामयिक मृत्यु हो जाने के कारण कार्यक्रम में भव्यता और औपचारिकताओं को सीमित रखा गया। इस मौके पर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।
आगरा संवाद उम्मीद की नई किरण लेकर आएगा
संवाद कार्यक्रम में उद्योग जगत की आवाज को मजबूती मिली और प्रशासन ने भी उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना। आगरा संवाद 2025 ने यह साबित किया कि अगर प्रशासन और उद्योग जगत आमने-सामने बैठकर बातचीत करें तो कई जटिल समस्याओं का समाधान बहुत सहज ढंग से निकाला जा सकता है।प्रदेश के उद्योग जगत के लिए यह संवाद कार्यक्रम उम्मीद की नई किरण लेकर आया है। उद्योगपतियों का मानना है कि इस प्रकार के कार्यक्रम नियमित रूप से होने चाहिए, ताकि सरकार की नीतियों और उद्यमियों की जरूरतों के बीच समन्वय बना रहे।
इस कार्यक्रम के बाद यह संदेश स्पष्ट रूप से सामने आया कि आगरा सहित पूरे प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए प्रशासन और उद्योग जगत मिलकर काम करेंगे। आने वाले समय में अगर इन संवादों को नीति निर्माण और योजनाओं में शामिल किया जाता है तो न केवल प्रदेश में निवेश बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन भी बड़ी संख्या में होगा।
#AgraSamvad2025 | #IndustrialGrowth | #EaseOfDoingBusiness | #RevenueCouncilUP | #SmallIndustriesBharati | #AgraNews | #TodayNewsTrack#टूडे न्यूज ट्रैक