मंदिर परिसर की दीवार ढहने से मची अफरा-तफरी, पुलिस-प्रशासन ने चलाया रेस्क्यू अभियान
आगरा।कमला नगर थाना क्षेत्र के बल्केश्वर स्थित श्री महालक्ष्मी मंदिर पर रविवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। मंदिर परिसर में लगी ग्रिल के सहारे खड़े होकर उफनती यमुना को निहार रहे लोगों पर अचानक पीछे की दीवार गिर गई। दीवार के गिरते ही कई लोग संतुलन खो बैठे और नीचे यमुना नदी में जा गिरे। हादसे के बाद मंदिर परिसर और आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
![]() |
हादसे के बाद मौके पर पहुंची एडीएम फाइनेंस शुभांगी शुक्ला, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल |
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा शाम सात बजे से कुछ देर पहले का है। मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। लोग उफनती यमुना का नजारा लेने मंदिर पहुंचे थे। नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इन दिनों उसका प्रवाह तेज हो गया है।
हादसे के वक्त क्या हुआ
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मंदिर के पीछे की ओर एक मजबूत ग्रिल लगी हुई है। लोग उसी ग्रिल के सहारे खड़े होकर पानी की लहरों को देख रहे थे। इसी दौरान अचानक दीवार का एक हिस्सा भरभरा कर गिर पड़ा। दीवार के गिरते ही ग्रिल पर खड़े लोग सीधे नदी में जा गिरे।आसपास खड़े लोगों के मुताबिक अचानक मलबा गिरते ही चीख-पुकार मच गई। कई लोग भागकर सुरक्षित जगह पहुंच गए लेकिन जो लोग रेलिंग पर टिके हुए थे, वे सीधे नदी में जा गिरे।
![]() |
यही मंदिर की दीवार की ग्रिल बताई जा रही है , जिसके टूटने से हादसा हुआ है |
कितने लोग गिरे, अभी साफ नहीं
हादसे के बाद से ही यह सवाल बना हुआ है कि आखिर कितने लोग नदी में गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के बयान अलग-अलग हैं। कोई कह रहा है कि 40-50 लोग रेलिंग के पास थे, जबकि कुछ का कहना है कि संख्या 25-30 के बीच थी। मौके पर मौजूद लोग इस बात पर एकमत हैं कि बड़ी संख्या में लोग नदी में गिरे हैं।कहा जा रहा है कि पांच-छह लोग तुरंत बाहर निकल आए। स्थानीय युवकों और आसपास के लोगों ने भी नदी में कूदकर बचाव की कोशिश की। कुछ लोगों को रस्सी और लकड़ी के सहारे बाहर निकाला गया।
मौके पर प्रशासन और पुलिस
हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। अफसरों ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करा दिया। गोताखोरों को नदी में उतारा गया है। नाव और मोटरबोट की मदद से सर्चिंग की जा रही है।एडीएम सिटी, एसपी सिटी समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। प्राथमिकता यह है कि सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए।
यमुना का उफान बना खतरा
गौरतलब है कि इन दिनों यमुना नदी उफान पर है। लगातार हो रही बारिश और ऊपरी गंगा नहर बैराज से छोड़े गए पानी के कारण नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई निचले इलाकों में पानी भर चुका है।लोग नदी का नजारा देखने बड़ी संख्या में घाटों और मंदिरों तक पहुंच रहे हैं। बल्केश्वर स्थित महालक्ष्मी मंदिर यमुना किनारे बना होने के कारण यहां भीड़ ज्यादा रहती है। रविवार को भी सैकड़ों लोग यहां पहुंचे हुए थे।
मंदिर परिसर में मचा हड़कंप
दीवार ढहने और लोगों के गिरने के बाद मंदिर परिसर में भगदड़ मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। महिलाएं और बच्चे चीखते-चिल्लाते नजर आए। कई लोग मोबाइल से वीडियो बनाते भी देखे गए।स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अनुरोध किया कि ऐसे भीड़भाड़ वाले स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। उनका कहना है कि नदी के उफान के दौरान यहां भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग और गार्ड तैनात होना चाहिए।
कितने लोग सुरक्षित निकले
हादसे के बाद कुछ लोग नदी से तैरकर बाहर निकल आए। कुछ को स्थानीय लोगों और गोताखोरों ने निकाला। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक अब तक पांच-छह लोगों के सुरक्षित बाहर आने की पुष्टि हुई है। बाकी लोगों की तलाश जारी है।पुलिस का कहना है कि रेस्क्यू टीम लगातार काम कर रही है। अंधेरा होने के कारण मुश्किलें बढ़ रही हैं, लेकिन सर्च लाइट और नावों की मदद से खोज अभियान चलाया जा रहा है।
#Agra #AgraNews #MahalakshmiTemple #YamunaFlood #BreakingNews #UttarPradesh #AgraAccident #AgraRescue #YamunaRiver #LatestNews