आइज़ोल/नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिज़ोरम की राजधानी आइज़ोल में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इनमें रेलवे, सड़क, ऊर्जा, खेल और शिक्षा से जुड़ी कई योजनाएँ शामिल हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने नीले पहाड़ों की धरती को प्रणाम किया और कहा कि खराब मौसम के कारण वे आइज़ोल नहीं पहुँच सके लेकिन तकनीक से भी वे मिज़ोरम के लोगों का प्यार और स्नेह महसूस कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि चाहे स्वतंत्रता आंदोलन हो या राष्ट्र निर्माण, मिज़ोरम के लोग हमेशा आगे रहे हैं। उन्होंने लालनु रोपुइलियानी और पासल्था खुआंगचेरा जैसी विभूतियों को याद किया और कहा कि त्याग, सेवा, साहस और करुणा मिज़ो समाज की पहचान है। प्रधानमंत्री ने बताया कि आज का दिन ऐतिहासिक है क्योंकि अब आइज़ोल भारत के रेलवे मानचित्र पर शामिल हो गया है।
मिज़ोरम को पहली बार रेल नेटवर्क से जोड़ा गया
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ वर्ष पहले उन्हें आइज़ोल रेलवे लाइन की आधारशिला रखने का अवसर मिला था और आज बैराबी-सैरांग रेल लाइन एक हकीकत बन चुकी है। यह परियोजना कठिन पहाड़ी इलाकों और चुनौतियों के बावजूद पूरी की गई है। इसमें 45 सुरंगें, 55 बड़े और 88 छोटे पुल बनाए गए हैं। उन्होंने इंजीनियरों और श्रमिकों की मेहनत की सराहना की। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि पहली बार मिज़ोरम का सैरांग दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस द्वारा सीधे जुड़ेगा। इसके अलावा सैरांग-गुवाहाटी एक्सप्रेस और सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई गई। उन्होंने कहा कि यह केवल रेल संपर्क नहीं बल्कि परिवर्तन की जीवनरेखा है जो किसानों, कारोबारियों, छात्रों और मरीजों को पूरे देश से जोड़ेगी और पर्यटन, परिवहन व आतिथ्य क्षेत्र में रोजगार पैदा करेगी।
सड़क, पुल और संपर्क योजनाएँ
प्रधानमंत्री ने कई सड़क परियोजनाओं की नींव रखी जिनमें आइज़ोल बाईपास रोड, थेनज़ोल-सियालसुक रोड और खानकॉन-रोंगुरा रोड शामिल हैं। 45 किमी लंबी आइज़ोल बाईपास 500 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी और इससे शहर का ट्रैफिक कम होगा। दक्षिणी जिलों से आइज़ोल तक यात्रा का समय डेढ़ घंटे घट जाएगा। थेनज़ोल-सियालसुक रोड से बागवानी किसान, ड्रैगन फ्रूट उत्पादक, धान और अदरक उगाने वाले लाभान्वित होंगे। खानकॉन-रोंगुरा रोड से सेरछिप जिले के किसानों और बाजारों तक पहुँच आसान होगी। प्रधानमंत्री ने लॉन्ग्टलाई-सियाहा मार्ग पर छिमटुईपुई नदी पर पुल का शिलान्यास किया जो हर मौसम में संपर्क उपलब्ध कराएगा और यात्रा का समय दो घंटे कम करेगा। यह पुल कलादान मल्टीमॉडल ट्रांजिट ढाँचे के तहत सीमा पार व्यापार को भी बढ़ावा देगा।
युवाओं और खेलों के लिए नई सुविधाएँ
प्रधानमंत्री ने तुइकुआल में खेलो इंडिया बहुउद्देशीय इनडोर हॉल की नींव रखी, जहाँ आधुनिक खेल सुविधाएँ मिलेंगी। उन्होंने बताया कि मिज़ोरम में 11 एकलव्य आवासीय विद्यालय पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं और 6 और निर्माणाधीन हैं। कावर्था (मामित जिले) में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत बने आवासीय विद्यालय का उद्घाटन किया गया जिसमें आधुनिक कक्षाएँ, छात्रावास और कृत्रिम फुटबॉल मैदान शामिल होंगे। इससे 10,000 से ज्यादा बच्चों को फायदा होगा। त्लांगनुआम में एकलव्य आदर्श विद्यालय का उद्घाटन हुआ जो नामांकन बढ़ाएगा, स्कूल छोड़ने की दर कम करेगा और आदिवासी युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र स्टार्टअप्स का केंद्र बन रहा है, यहाँ करीब 4,500 स्टार्टअप और 25 इनक्यूबेटर काम कर रहे हैं। मिज़ोरम के युवा इसमें सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
ऊर्जा और रसोई ईंधन की सुविधा
प्रधानमंत्री ने आइज़ोल के मुआलखांग में 30 टीएमटीपीए क्षमता वाले एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला रखी। इससे मिज़ोरम और पड़ोसी राज्यों में स्वच्छ रसोई ईंधन की लगातार आपूर्ति सुनिश्चित होगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मिज़ोरम की प्रतिभा और संसाधन पूरे पूर्वोत्तर और दक्षिण पूर्व एशिया के साथ व्यापार और पर्यटन को नई ऊँचाई देंगे। उन्होंने एक्ट ईस्ट नीति और उभरते पूर्वोत्तर आर्थिक गलियारे में मिज़ोरम की अहम भूमिका का ज़िक्र किया। कलादान मल्टीमॉडल प्रोजेक्ट और सैरांग-ह्मांगबुचुआ रेल लाइन से मिज़ोरम बंगाल की खाड़ी के रास्ते दक्षिण पूर्व एशिया से सीधे जुड़ जाएगा।
जीएसटी सुधार और अर्थव्यवस्था
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों से रोज़मर्रा की वस्तुएँ सस्ती हुई हैं। पहले साबुन, तेल, टूथपेस्ट पर 27% कर लगता था, अब केवल 5% है। स्वास्थ्य सेवाओं, दवाओं और बीमा पर भी कर घटा है। कैंसर की दवाएँ सस्ती होंगी। 22 सितंबर से सीमेंट और निर्माण सामग्री के दाम घटेंगे। कई वाहन कंपनियाँ भी कीमतें घटा चुकी हैं। ज्यादातर होटलों पर कर घटकर केवल 5% रह गया है, जिससे यात्रा और ठहरना आसान हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2025-26 की पहली तिमाही में भारत ने 7.8% की जीडीपी वृद्धि दर्ज की है, जिससे वह दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है। मेक इन इंडिया और निर्यात तेज़ी से बढ़े हैं। ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मेड-इन-इंडिया हथियारों ने देश की रक्षा में अहम योगदान दिया है।
संस्कृति, उद्यमिता और भविष्य की दिशा
प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर की संस्कृति, वस्त्र, शिल्प, जीआई-टैग उत्पादों और पर्यटन क्षमता की सराहना की। उन्होंने अष्टलक्ष्मी महोत्सव और राइजिंग नॉर्थ ईस्ट शिखर सम्मेलन का ज़िक्र किया जहाँ पूर्वोत्तर की क्षमता को निवेशकों के सामने रखा गया। वोकल फॉर लोकल से बांस उत्पाद, अदरक, हल्दी और केले को पहचान मिली है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार हर नागरिक और हर परिवार के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आइज़ोल को रेलवे मानचित्र पर आने की बधाई दी और भरोसा जताया कि जल्द ही वे मिज़ोरम की जनता से मुलाकात करेंगे। इस अवसर पर राज्यपाल वी.के. सिंह, मुख्यमंत्री लालदुहोमा और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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