जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट, गांव और शहर प्रभावित
आगरा।पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में भी साफ दिखने लगा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा लगातार बढ़ रही है, जिसके चलते आगरा में यमुना नदी का जलस्तर तेजी से ऊपर जा रहा है। जल संस्थान, आगरा में नदी का स्तर शुक्रवार शाम 151.825 मीटर दर्ज किया गया। यह स्थिति आने वाले दिनों में और गंभीर हो सकती है।
यमुनोत्री से प्रयागराज तक का सफर
यमुना नदी का उद्गम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री धाम से होता है। नदी उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सीमा से सहारनपुर जिले के फैजाबाद गांव होते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है। आगे बढ़ते हुए यह प्रयागराज में गंगा नदी से मिल जाती है। इस पूरे सफर में यमुना में कई सहायक नदियां आकर मिलती हैं, जिससे इसका स्वरूप और विशाल हो जाता है।
हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया दो लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी
बीते कुछ दिनों से पहाड़ी इलाकों में लगातार भारी वर्षा हो रही है। इसका सीधा असर हथिनीकुंड बैराज पर पड़ा है। यहां पानी का स्तर लगातार बढ़ने के कारण बड़ी मात्रा में पानी यमुना में छोड़ा जा रहा है। शुक्रवार शाम तक बैराज से 2,35,550 क्यूसेक पानी और गोकुल बैराज से 1,22,459 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यही कारण है कि आगरा में यमुना का जलस्तर लगातार ऊंचा हो रहा है।
लो फ्लड लेवल पर गांव और मोहल्ले प्रभावित
यमुना के जलस्तर में वृद्धि से आगरा जिले के कई गांव और शहरी इलाके प्रभावित हो रहे हैं।
- सदर तहसील के ग्राम—तनौरा, नूरपुर, मेहरा नाहगंज, विसारना, कैलाश और स्वामी बाग प्रभावित होने लगे हैं।
- फतेहाबाद तहसील में भरापुर, बमरौली, इंदौन, मडायना, मेलीकलॉ, गुड़ा, मेवली खुर्द और हिमायूपुर जैसे गांवों में पानी का असर दिख रहा है।
- शहरी क्षेत्र में नगला बूढ़ी, अमर विहार दयालबाग, मोतीमहल, कटरा वजीर खां और रामबाग बस्ती जैसे मोहल्ले जलभराव की चपेट में आ रहे हैं।
मीडियम फ्लड लेवल की स्थिति
अगर जलस्तर और बढ़ता है तो हालात और खराब होंगे।
- सदर तहसील में बुर्ज, नगला छीतर सिंह, मेहरा नाहरगंज, महल बादशाही, नगला तल्फी और नगला पैमा जैसे गांव प्रभावित होंगे।
- फतेहाबाद तहसील में शाहिदपुर, वीरपुरा, बेहड़, पारौली सिकरवार, बिचौला और गिदौन पानी की चपेट में आएंगे।
- एत्मादपुर तहसील में नगला धीमर, बढ़नुपरा, रहनकलां और नगला कटा जैसे गांव बाढ़ की मार झेल सकते हैं।
- 40 परिवारों को कराया गया विस्थापित
सदर तहसील के ठार आश्रम मौजा मेहरा नाहरगंज में बाढ़ का पानी घरों तक पहुंच गया है। यहां लगभग 40 परिवार प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन्हें बाढ़ शरणालयों में शिफ्ट कर दिया है। शरणालयों में रहने वाले लोगों के लिए तीनों वक्त भोजन और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
चंबल का जलस्तर भी बढ़ा
यमुना के साथ-साथ चंबल नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। फिलहाल चंबल का स्तर 125.80 मीटर दर्ज किया गया है। सिंचाई विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में चंबल का जलस्तर और ऊपर जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो आगरा और आसपास के क्षेत्रों की स्थिति और चिंताजनक हो जाएगी।
गणेश विसर्जन के लिए चेतावनी
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने गणेश विसर्जन को देखते हुए लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें।
- नदी के अंदर विसर्जन के लिए न जाएं।
- नगर निगम द्वारा बनवाए गए कृत्रिम कुंडों में ही विसर्जन करें।
- बच्चों को नदी में नहाने से रोकें।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर बच्चों का विशेष ध्यान रखें।
- महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग नदी के किनारे जाने से बचें।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने आगरा के नागरिकों से अपील की है कि बाढ़ की स्थिति से बचने के लिए जरूरी सावधानियां जरूर बरतें।
- जरूरी दस्तावेज जैसे राशन कार्ड, पासबुक और आधार कार्ड को वाटरप्रूफ बैग में रखें।
- सूखा अनाज और पशुओं का चारा ऊंचे स्थान पर सुरक्षित करें।
- बाढ़ का अलर्ट मिलते ही गर्भवती महिलाओं, बच्चों, वृद्ध और बीमार लोगों को तुरंत बाढ़ शरणालयों में भेजें।
- बिजली का मुख्य स्विच और गैस रेगुलेटर बंद रखें।
- घर का सामान और जरूरी चीजें ऊंचे स्थान पर रखकर सुरक्षित करें।
प्रशासन हाई अलर्ट पर
जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पूरी तरह से मुस्तैद है। बाढ़ प्रभावित इलाकों पर लगातार नजर रखी जा रही है। शरणालयों में व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ-साथ सिंचाई विभाग को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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आगरा में भारी बारिश और UP PET परीक्षा के चलते स्कूलों में अवकाश
आगरा। जनपद आगरा में पिछले कई दिनों से भारी वर्षा और जलभराव की स्थिति बनी हुई है। लगातार हो रही बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी जमा हो रहा है। इस स्थिति को देखते हुए छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी आगरा ने 6 सितंबर 2025 (शनिवार) को सभी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है।
जिलाधिकारी के निर्देश के अनुसार यह अवकाश नर्सरी से लेकर कक्षा 12 तक के सभी शासकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त परिषदीय और मान्यता प्राप्त स्कूलों में लागू होगा। इसमें उत्तर प्रदेश बोर्ड, CBSE, ICSE और अन्य सभी मान्यता प्राप्त बोर्डों के विद्यालय शामिल हैं।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। स्कूलों में अवकाश का यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा और जनपद में दिनांक 6 सितम्बर को होने वाली UP PET परीक्षा 2025 को ध्यान में रखकर लिया गया है।
भारी वर्षा और जलभराव के कारण आगरा के कई इलाके प्रभावित हो रहे हैं। जिला प्रशासन ने नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में जलजमाव वाले स्थानों की निगरानी बढ़ा दी है। अधिकारियों ने सभी स्कूलों और शिक्षकों से अपील की है कि वे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ही रहने दें।साथ ही, छात्रों और अभिभावकों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।