अलीगढ़। शुक्रवार की शाम को शहर के जानकीपुरा और करनौल रोड स्थित एक-एक घर में आयोजित शादियों का स्वरूप अब भयावह खुलासा बनकर सामने आया है। पुलिस सूत्रों और पीड़ित परिजनों के बयानों के अनुसार, छह अलग-अलग मोहल्लों में एक ही तरह का पैटर्न देखा गया बिहार से लाई गई कुल 12 महिला दुल्हनों ने विवाह संपन्न कर चोरी-छिपे बड़ा नकदी-सोने का माल लूट लिया और फरार हो गईं।
शादी की रस्में सामान्य तौर पर सम्पन्न हुईं। परिवारों ने बताया कि दहेज के नाम पर समुचित सामान भी दिया गया। शुक्रवार शाम को सभी नवविवाहित दंपतियों ने मिलकर करवाचौथ की रस्म निभाई तथा रात में सुहागरात की पारंपरिक रस्मे भी संपन्न हुईं। मगर अगले ही दिन सुबह पक्ष वालों को घरों में खून के निशान नहीं, बल्कि घर खाली, कमरे अंधेरे और तिजोरी खुली मिली। तब जाकर पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ।
नशीले स्प्रे से घरवालों को किया बेहोश
जानकारी के मुताबिक़, शादियों के दौरान दुल्हनों ने दूल्हों और घरवालों को बेहोश करने के लिए किसी तरह की नशीली दवा या स्प्रे का उपयोग किया। बेहोशी की हालत में घर में रखे कीमती जेवरात, नकदी और कुछ कागजात उठाकर वे तुरंत वहां से निकल गईं। आसपास के सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध वाहन और दुल्हनों का मिलाजुला दृश्य दिखाई देता है, जिसे खंगालने के लिए पुलिस टीम हर कैमरे की फुटेज खंगाल रही है।
पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह एक सुनियोजित शातिर गिरोह का काम लगता है, जिन्होंने एक साथ 12 परिवारों को निशाना बनाया और समान रणनीति अपनाई। शुरुआती जांच में पता चला कि दुल्हनों को लेकर आ गए मध्यवर्ती दलालों और परिवहन के रिकार्ड पर भी संदेह है। पीड़ित परिवारों में से कुछ ने बतया कि दुल्हनें शादी से पहले भी व्यवहार में असामान्य थीं, पर शादी की खुशी और सामाजिक परंपरा के चलते किसी ने ध्यान नहीं दिया।
जेवरात और कैश लेकर हुईं फरार
कल की रात हम सबने आनंद से करवाचौथ मनाई। सुबह जो पाया, वह किसी बुरे सपने जैसा है, सारा सोना, कैश और कुछ पारिवारिक दस्तावेज गायब थे एक दूल्हे के सिसकते शब्द हैं। दूसरे परिवार ने बताया कि शादी पर जो शादी का खर्चा किया गया, उसमें भी कई बड़े बिल्डर-समान दहेज रूपी चीजें शामिल थीं, जो अब नहीं हैं। परिजन इलाके में घेराबंदी की मांग कर रहे हैं और दोषियों की तेज़ गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं।
एफआईआर दर्ज, पुलिस की तलाश तेज
अलीगढ़ सदर थाने और स्थानीय चौकी दोनों स्तरों की पुलिस ने घटनास्थलों पर पहुँचकर कब्जे की जांच शुरू कर दी है। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि FIR दर्ज कर ली गई है और मामले की उच्च प्राथमिकता दी गई है। “हम हर संभावित सुराग की तफ्तीश कर रहे हैं जो वाहनों के नंबर, रेलवे/बस टिकट, मोबाइल लोकेशन और पड़ोसियों के बयानों से जुड़े हुए हैं एक पुलिस अधिकारी ने बताया। पुलिस ने आसपास के सभी जीपीएस-लोगिंग टैक्सी स्टैंड, बस डिपो और रेलवे स्टेशन पर भी जांच तेज कर दी है।
प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया कि कुछ दुल्हनों की पहचान बिहार के विशेष जिलों से कराई गई थी और परिवहन में लगे कुछ परिचितों का लोकेशन भी संदिग्ध पाया गया है। पुलिस ने पीड़ित परिवारों का बयान दर्ज कर, घरों से सबूत टूटे हुए तिजोरी के ताले, बिखरी हुई जेवरों की मां-बाप की सूची और संभावित नशीले पदार्थ के अवशेष सुरक्षा व फोरेंसिक परीक्षण के लिए भेज दिए हैं।
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पीड़ित परिवारों को तुरंत मानसिक सहारा, आपसी समन्वय और वैधानिक मार्गदर्शन दिया जाना चाहिए ताकि वे सही तरीके से FIR फॉलो-अप कर सकें और भविष्य में किसी तरह के डर से बचें। सामाजिक कार्यकर्ता भी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि विवाह संबंधित कार्यों में पारदर्शिता, परिचय और पृष्ठभूमि सत्यापन पर अब गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
शुक्रवार: 12 शादियां संपन्न सभी विवाहों का स्थान अलग-अलग मोहल्ला।
शाम: सभी नवविवाहित दंपतियों ने करवाचौथ मनाई; रात में सुहागरात।
शनिवार सुबह: परिवारों ने पाया कमरे खाली, तिजोरियाँ खुली, कीमती सामान गायब।
उसी दिन: FIR दर्ज; पुलिस ने कैमरा फुटेज और मोबाइल लोकेशन की जांच शुरु की।
संदिग्ध: बिहार-आधारित दलालों का नाम सामने आया; वाहन रिकार्ड खंगाले जा रहे।
प्रशासन: अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात; आसपास के स्टेशन व बस डिपो पर तलाशी।
यह घटनाक्रम सिर्फ एक व्यक्तिगत धोखाधड़ी नहीं यह सामाजिक विश्वास पर चोट है। शादियों के सांस्कृतिक व पारिवारिक महत्व को ठहराने के साथ, अब समय है कि हम सुरक्षा के भी नए मानक अपनाएं। परिचय सत्यापन, आयोजन-स्थल पर निगरानी, और शादी संबंधी मध्यमस्थों की पृष्ठभूमि की जाँच अपरिहार्य हो गई है।
#AligarhCrime #BrideGang #WeddingRobbery #KarwaChauthTheft #BiharBrides #PoliceInvestigation #JewelryTheft #NewlywedScam