पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल
सहित कई राजनीतिक हस्तियों ने उतारी प्रभु राम की आरती
भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के लिए रामराज्य की परिकल्पना
को साकार करना आवश्यक: पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह
आगरा। उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी जी और हिंदुस्तान के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी सनातन को शिखर पर पहुंचाने के साथ भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने की और अग्रसर हैं पर यह तभी संभव होगा जब हम सभी राम राज्य की सही परिकल्पना को मिलकर साकार करेंगे उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने ये उद्गार शुक्रवार रात जनक मंच पर जनकपुरी महोत्सव के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि भगवान राम एक व्यक्ति नहीं, व्यक्तित्व हैं। वह सनातन धर्म, सनातन संस्कृति और आदर्श जीवन का प्रतीक हैं। अगर हम अपने जीवन को उच्चतम आदर्शों पर पहुंचाना चाहते हैं तो हमें भगवान राम की तरह आदर्श जीवन जीना सीखना होगा।इससे पूर्व, श्री जनकपुरी महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष मुरारी प्रसाद अग्रवाल द्वारा शंखनाद के बाद मुख्य अतिथि पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने गगन भेदी जयकारों और ड्रोन द्वारा पुष्प वर्षा के बीच जनक मंच पहुंचे प्रभु राम, उनके अनुज भ्राताओं और माता जानकी की आरती उतारी।
इस दौरान उनके साथ राजा जनक राजेश अग्रवाल, रानी सुनैना श्रीमती अंजू अग्रवाल, केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, भाजपा ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष दुर्ग विजय सिंह शाक्य, राज्यसभा सांसद नवीन जैन, श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष व क्षेत्रीय विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राकेश गर्ग, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया, पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह, विधायक छोटेलाल वर्मा, भाजपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता और जिलाध्यक्ष प्रशांत पौनिया भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नवीन जैन द्वारा स्वागत उद्बोधन के बाद ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष दुर्ग विजय सिंह शाक्य ने कहा कि रामलीला केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि यह जीवन जीने की आचार संहिता है। इससे पूर्व जब प्रभु राम अपने भ्राताओं और माता जानकी के साथ अलग-अलग घोड़े पर सवार होकर नगर भ्रमण करते हुए जनक मंच के लिए महाराजा अग्रसेन सेवा सदन से निकले तो मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा, आरती, दर्शन, जयकारों और उनके साथ सेल्फी के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
.जब प्रभु राम, माता सीता और शेष स्वरूप जनक मंच पर पहुंचे तो ड्रोन द्वारा पुष्प वर्षा की गई। हजारों भक्तों ने जयकारे लगाए। प्रभु राम भी निरंतर मंद मंद मुस्कुराते रहे, सब पर प्यार लुटाते रहे और अपना आशीर्वाद हाथ उठाकर बरसाते रहे.श्री जनकपुरी महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष मुरारी प्रसाद अग्रवाल, महामंत्री पार्षद प्रदीप अग्रवाल, संयोजक पार्षद पंकज अग्रवाल, रीनेश मित्तल और श्रुति सिन्हा ने संचालन किया। स्वागताध्यक्ष डीडी सिंघल, सर्वव्यवस्था प्रमुख गौरव पोद्दार, महामंत्री उमेश कंसल, सहकोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल बैंक, सुरक्षा प्रमुख शशांक तिवारी ने व्यवस्था संभाली।
रामबारात में कलह की गूंज, बड़हार दावत से राजा दशरथ रहे दूर
आगरा। एतिहासिक रामबारात के जनकपुरी आयोजन पर इस बार विवाद के बादल मंडराने लगे हैं। राजा दशरथ की भूमिका निभा रहे अजय अग्रवाल ने राजा जनक बने राजेश अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मंच पर अपमानित किया गया और बड़हार दावत में निमंत्रण तक नहीं दिया गया।
अजय अग्रवाल का कहना है कि “राजा जनक स्वयं मेरे यहां लगन लेकर आए थे और हमें बारात लाने का आमंत्रण दिया था। हम बारात लेकर जनकपुरी पहुंचे, वहां चाय-नाश्ते की व्यवस्था की गई। इसके बाद हमें मंच पर बैठना था, लेकिन बड़ी भूल कर दी गई। जहां राजा दशरथ को बैठना था, वहां खुद बैठ गए और मुझे खंभे के सामने बैठा दिया, जिससे न तो लोग मुझे देख पाए और न ही मैं लोगों को देख सका।
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी पीड़ा तब हुई जब बड़हार दावत में राजा दशरथ को ही बुलावा नहीं दिया गया। दावत 4 बजे तक थी और फोन मुझे दोपहर 3:30 बजे आया। उस समय तक मेरा गुस्सा सातवें आसमान पर था।
अजय अग्रवाल ने आयोजन समिति और दो पार्षदों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि समिति में शामिल दो पार्षद लगातार उपद्रव मचाते रहे और हर किसी से अभद्रता कर रहे हैं। उन्होंने समिति के अध्यक्ष से भी इस मामले पर आपत्ति जताई और कहा कि राजा जनक का व्यवहार अफसोसजनक रहा।
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जनकपुरी महोत्सव के दूसरे दिन अव्यवस्थाएं, फिर भी उमड़ा जनसैलाब
आगरा। कमला नगर स्थित जनकपुरी महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को भारी अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं। महल परिसर में कई सीटें खाली रहीं क्योंकि पासधारक समय पर पहुंचे ही नहीं, जबकि बाहर हजारों श्रद्धालु प्रभु स्वरूपों के दर्शन को तरसते रहे।
प्रवेश और निकास की व्यवस्थाएं पूरी तरह बिगड़ी रहीं। जिन रास्तों से पिछले दिन प्रवेश दिया गया था, वहां अचानक बैरिकेडिंग कर दी गई। श्रद्धालु इधर-उधर भटकते रहे। वहीं, दोपहिया वाहनों को एक ओर से प्रवेश की अनुमति दी गई, लेकिन रात करीब 10 बजे बाहर निकलते समय पुलिस और स्वयंसेवकों ने टीमों को अलग-अलग दिशाओं में भटकाया। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद ही एग्जिट मिल पाया। इस दौरान कुछ स्वयंसेवकों ने अभद्रता भी की।
भीड़ के कारण सभी गेटों पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। बावजूद इसके, श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ। जनक मंच पर जब प्रभु सीताराम स्वरूपों की झलक मिली तो लाखों की भीड़ से गगनभेदी जयकारे गूंज उठे।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल सहित कई जनप्रतिनिधियों ने प्रभु राम, माता सीता और भ्राताओं की आरती उतारी। श्रद्धालुओं ने भी मोबाइल की फ्लैश लाइट से आरती उतारकर भक्ति भाव प्रकट किया।
पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने कहा कि भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने के लिए रामराज्य की परिकल्पना को साकार करना होगा। भगवान राम केवल व्यक्ति नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति और आदर्श जीवन के प्रतीक हैं।
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